Page 105 - कक्षा 9 वीं रसायन विज्ञान नोट्स अध्याय हमारे आसपास के पदार्थ

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पाठ - हमारे आसपास के पदार्थ  
• पदार्थ /द्रव्य :- पदार्थ उसको  कहते हैं जिसमें भार होता है , जो स्थान घेरता हो और जिसके स्तित्व का पता ज्ञानिन्दिरयो द्वारा कर सकते हों ।  
जैसे :- Fe , Br  , NaCl , CaCo3 

# पदार्थ दो प्रकार के होते हैं -
1. शुद्ध पदार्थ (Pure Matter)
2. अशुद्ध पदार्थ (Impure Matter)

1. शुद्ध पदार्थ (Pure Matter):- ऐसा पदार्थ जो एकही प्रकार के कणों अर्थात एक ही प्रकार के परमाणुओं या अणुओं से मिलकर बना होता है , उसे  
शुद्ध पदार्थ कहते है । 
जैसे :- Fe , Br  , NaCl , CaCo3 , MgSO4

2. अशुद्ध पदार्थ  :- ऐसा पदार्थ जो विभिन्न प्रकार के कणों अर्थात परमाणुओं या अणुओं से मिलकर बना होता है, उसे शुद्ध पदार्थ कहते है ।
जैसे :- वायु , समुद्र जल , मिश्रण , मिट्टी 


# शुद्ध पदार्थ दो प्रकार के होते हैं -

1. तत्व (Element)
2. यौगिक (compound)

1. तत्व :- तत्व उस पदार्थ को कहते हैं जिसको किसी भी रासायनिक या भौतिक विधि से दो या दो से अधिक पदार्थों मे नहीं तोड़ा जा सकता है । 
Au , Ag , Cu  , P , S , O , N 

2. यौगिक:- यौगिक उस पदार्थ को कहते है जो दो या दो से अधिक तत्वों को निश्चित अनुपात में रासायनिक संयोग के द्वारा बना होता है तथा उन तत्वों को  भौतिक विधि से अलग नहीं किया जा सकता है ।  
जैसे :-  H2O ,   NaCl ,    Na2CO3

# तत्व तीन प्रकार के होते है - 
1. धातु ( Metal )
2. आधातु ( Non - Metal )
3. उपधातु ( Metalloid )

1. धातु:- धातु उस तत्व को कहते है  जिसमें एक विशेष प्रकार की चमक होती है , जो ऊष्मा और विद्धुत का सुचालक होता है , जिसको पीटकर तार या पत्तर बनाया जा सकता हो तथा जिसको पीटने पर एक विशेष प्रकार की ध्वनि निकलती हो । 
जिसे :- Au , Ag , Cu  , Fe  etc 
नोट :- Pb एक ऐसा धातु है जो विद्धुत का कुचालक  है । 

2. आधातु:- अधातु उस तत्व को कहते है  जिसमें एक विशेष प्रकार की चमक नहीं होती है , जो ऊष्मा और विद्धुत का कुचालक होता है , जिसको पीटकर तार या पत्तर नहीं बनाया जा सकता हो तथा जिसको पीटने पर एक विशेष प्रकार की ध्वनि नहीं निकलती हो ।
जैसे :- C , P , S , O , N , Br 
नोट :- ग्रैफाइट एक ऐसा आधातु है जो विद्धुत का अच्छा चालक है । 

3. उपधातु :- ऐसे तत्व जो धातु और आधातु दोनों प्रकार से अभिक्रिया करतें  है , उनको  उपधातु कहते है । 
जैसे :-  जर्मेनियम ( Ge ) , आर्सेनिक ( As ) , सिलिकॉन ( Si ) , टेलोरीउम ( Te ) , पलोनीअम ( Po ) 


 मिश्रण क्या है ? 
उत्तर :- मिश्रण उस पदार्थ को कहते है जो दो या दो सेअधिक पदार्थों को एक अनिश्चित अनुपात में मिलने से बना होता है ।  
जैसे :- चीनि  तथा पनि का मिश्रण 
नोट :- 1. मिश्रण में अवयवी पदार्थों का गुण वर्तमान राहत है । 
2. मिश्रण के अवयवी पदार्थों को सरल भौतिक या  यांत्रिक विधिओं से अलग किया जा सकता है । 

# मिश्रण दो प्रकार के होते है 
(i) समांगी मिश्रण {Homogeneous Mixture }
(ii) विषमांगी मिश्रण { Heterogeneous Mixture }

(i) समांगी मिश्रण:- ऐसा मिश्रण जिसका प्रत्येक भाग का गुण तथा रचना समान होता है , उसको समांगी मिश्रण कहते है ।
जैसे :- चीनी  और पनि का मिश्रण  

(ii) विषमांगी मिश्रण:- ऐसा मिश्रण जिसका प्रत्येक भाग का गुण तथा रचना समान नहीं होता है , उसको विषमांगी मिश्रण कहते है ।
जैसे :- नमक और चीनी का मिश्रण

• अक्रिय गैस / निष्क्रिय गैस ( Inert Gas ) क्या है ? 
उत्तर :- ऐसे गैस जो किसी पदार्थ से अभिक्रिया नहीं करते है , उन्हें अक्रिय गैस कहते है । 
जैसे :- हीलियम ( He ) ,  नियोंन ( Ne ) , अरगॉन ( Ar ) , कृपटन ( Kr ) , जेनोन ( Xe ) , रेडान ( Rn )

• परमाणु ( Atom ) क्या है ? 
उत्तर :- किसी तत्व के सबसे छोटे टुकडे को परमाणु कहते है । जो मुक्त अवस्था में नहीं रहता है तथा किसी रसायनिक अभिक्रिया में भाग ले सकता है । 
जैसे :- O , आक्सिजन का एक परमाणु । 
Mg , मैगनेशियम का एक परमाणु । 
नोट :- किसी तत्व का संकेत उसके एक परमाणु से निरूपित किया जाता है ।  

अणु ( Molecule ) क्या है
उत्तर :- किसी योगिक के सबसे छोटे टुकड़े को अणु कहते है । अणु मुक्त अवस्था में रहता है और जिसमें उस योगिक का सब गुण वर्तमान रहता है । यदि अणु को पुनः तोड़ा जाए तो वह अपने प्रथम गुण से भिन्न होता है ।

या 

जब दो या दो से अधिक परमाणु रासायनिक बंध के माध्यम से आपस में जुड़ते हैंतो वे एक अणु का निर्माण करते हैं। अणु वह सबसे छोटा कण होता है जो स्वतंत्र रूप से अस्तित्व में रह सकता है और रासायनिक गुणधर्मों को दर्शाता है। अणु का निर्माण होने पर एक नया पदार्थ बन सकता हैजो मूल परमाणुओं से भिन्न होता है।

जैसे :- H2O(पनि का एक अणु)
        NaCl(साधारण नमक के एक अणु)

नोट: किसी योगिक का सूत्र उसके एक अणु को निरूपित करता है ।

केन्द्रक / नाभिक(Nucleus):- किसी भी तत्व का परमाणु गोलाकार होता है जिसके केंद्र पर लगभग उसका कुल द्रव्यमान वर्तमान होता है , उस केंद्र को उस परमाणु का नाभिक कहते हैं ।

परमाणु के मौलिक गुण

किसी परमाणु के तीन मौलिक गुण होते हैं ।

(i) प्रोटॉन   (Proton)
(
ii) इलेक्ट्रान (Electron)
(
iii) न्यूट्रान  (Neutron)

(i) प्रोटॉन   (Proton):- प्रोटॉन परमाणु के नाभिक में रहता है । जिसमें विद्धुत का धनावेश होता है । इसका द्रव्यमान हाइड्रोजन के 1 परमाणु के द्रव्यमान के बराबर होता है ।

(ii) इलेक्ट्रान (Electron):- इलेक्ट्रान परमाणु के कक्षा में रहता है । जिसमें विद्धुत का त्रिण आवेश होता है । इसका द्रव्यमान हाइड्रोजन के 1 परमाणु के द्रव्यमान के 1/1837वां भाग के बराबर होता है । जिसे शून्य माना जाता है ।

(iii) न्यूट्रान  (Neutron):- न्यूट्रान परमाणु के नाभिक में रहता है । जिसमें विद्धुत का कोई आवेश नहीं होता है । इसका द्रव्यमान हाइड्रोजन के 1 परमाणु के द्रव्यमान के बराबर होता है ।

नोट:- न्यूट्रान का द्रव्यमान प्रोटॉन का द्रव्यमान से थोड़ा अधिक होता है ।

आयतन(Volume):- कोई वस्तु जितनी जगह घेरती है , उसको उस वस्तु का आयतन कहते हैं ।
आयतन को “
V” से निरूपित किया जाता है ।
इसका
SI मात्रक घनमीटर होता है ।

क्षेत्रफल(Area):- किसी पदार्थ के अंदर उसकी जितनी सतह वर्तमान होती है , उसको उस पदार्थ का क्षेत्रफल कहते हैं ।
इसको
ar से निरूपित किया जाता है ।
इसका
SI मात्रक वर्गमीटर होता है ।

आकृति(Shape):- किसी पदार्थ का जो ज्यामितिय रूप होता है , उसको उस पदार्थ के आकृति कहते हैं ।

घनत्व(Density):- किसी पदार्थ के इकाई आयतन का जो द्रव्यमान होता है , उसको उस पदार्थ का घनत्व कहते हैं ।
घनत्व = द्रव्यमान / आयतन
इसका
SI मात्रक किलोग्राम/घनमीटर होता है ।

संपीड्यता(Compressibility):- किसी पदार्थ पर बल आरोपित करके उसका घनत्व बढ़ाने की क्रिया को संपीड्यता कहते हैं ।

या

किसी पदार्थ पर बल आरोपित करके उसके कणों के बीच की दूरी को कम करने की क्रिया को संपीड्यता कहते हैं ।

तरल(Fluid):- द्रव तथा गैस को तरल कहते है । यदि इन्हें रोक कर न रखा जाए तो ये बहकर एक स्थान से दूसरे स्थान तक चले जाते हैं ।
जैसे : दूध , पनि , हवा

ऊष्मा(Heat):- ऊष्मा एक प्रकार की ऊर्जा है जो एक वस्तु से निकलकर दूसरे वस्तु में चली जाती है । यह अणु की गति को बढ़ा देती है ।

इसका SI मात्रक जूल(Joule) होता है ।
इसका
CGS मात्रक कैलोरी(Calorie) होता है ।

1cal. = 4.2j
1
cal. = 4.18j
1
j = 0.24cal

ताप(Temperature):- कसी वस्तु की ऊष्मीय अवस्था को ताप कहते है । जिससे यह मालूम होता है की उस वस्तु को किसी दूसरी वस्तु के संपर्क में लाने पर वह दूसरी वस्तु को ऊष्मा देगी या लेगी ।
इसका
SI मात्रक केल्विन(Kelvin) होता है ।
इसका
CGS मात्रक सेल्सियस(Celsious) होता है ।
इसका
FPS मात्रक डिग्री फरेनहाइट(Degree Farenheit) होता है ।

डिग्री सेल्सियस , डिग्री फरेनहाइट , केल्विन , रिवमर में संबंध

• परम शून्य(Absolute Zero):- -273 डिग्री सेल्सियस पर सभी गैस का आयतन शून्य होजाता है । इस ताप को परम शून्य कहते हैं ।

• परम ताप(Absolute temperature):- -273 डिग्री सेल्सियस को शून्य मानकर जो ताप मापा जाता है , उसको परम ताप कहते है ।

• गलन / द्रवण [Melting / Fusion]:- किसी ठोस पदार्थ के गर्म होकर द्रव बनने की क्रिया को द्रवण कहते हैं ।

• क्वथन / उबलना[Boiling]:- किसी द्रव के गर्म होकर किसी निश्चित ताप पर उसके प्रत्येक बिन्दु से तेजी से वाष्प बनने की क्रिया को क्वथन कहते है।

• वाष्पीकरण[Eveporation]:- प्रत्येक ताप पर किसी द्रव पदार्थ की सतह से धीरे – धीरे वाष्प बनने की क्रिया को वाष्पीकरण कहते है।

• जमना[Freezing]:- ऐसा पदार्थ जो साधारण ताप पर द्रव अवस्था में रहता हैं, उनको ठंडा होकर जमने की क्रिया जमना कहलाता है ।

• ठोस बनना[Solidification]:- ऐसा पदार्थ जो साधारण ताप पर ठोस अवस्था में रहता हैं, उनके द्रव को ठंडा होकर ठोस बनने की क्रिया ठोस बनना कहलाता है ।

• द्रवनांक / गलनांक[Melting point]:- समान्य दाब पर वह ताप जिसपर कोई ठोस पदार्थ द्रव बनता है , उसको उस ठोस पदार्थ का गलनांक कहते हैं।
नोट: बर्फ का गलनांक 0 डिग्री सेल्सियस होता है ।

• क्वथनांक[Boiling point]:- समान्य दाब पर वह ताप जिसपर कोई द्रव पदार्थ गैस बनता है , उसको उस द्रव पदार्थ का क्वथनांक कहते हैं।
नोट: पानी का क्वथनांक 100 डिग्री सेल्सियस होता है ।

• विसरण[Diffusion]:- वह प्रक्रिया जिसके द्वारा किसी पदार्थ के कण किसी दूसरे पदार्थ के कण के साथ स्वतः मिश्रित होकर एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाता है , उसे विसरण कहते हैं।
जैसे : कमरे के एक कोने मे अगरबत्ती जलाया जाए तो उसका महक विसरण द्वारा दूसरे जगह स्वतः पहुँच जाता है ।
नोट: विसरण की प्रक्रिया ठोस में सबसे कम और गैस में सबसे अधिक होता है ।


ताप के मात्रक के विचार से थर्मोमीटर निम्न प्रकार के होते हैं ।

[1] सेल्सियस थर्मोमीटर – यह 0 डिग्री सेल्सियस से 100 डिग्री सेल्सियस तक अंकित रहता है ।

[2] फ़ारेनहाइट थर्मोमीटर – यह 32 डिग्री फ़ारेनहाइट से 212 डिग्री फ़ारेनहाइट तक अंकित रहता है ।

[3] केल्विन थर्मोमीटर – यह 273 केल्विन से 373 केल्विन तक अंकित रहता है ।

[4] रिवमर थर्मोमीटर – यह 0 डिग्री रिवमर से 80 डिग्री रिवमर तक अंकित रहता है ।

[5] डॉक्टरी थर्मोमीटर – यह 94 डिग्री फ़ारेनहाइट से 110 डिग्री फ़ारेनहाइट तक अंकित रहता है ।

• अंतर आण्विक स्थान[Intermolecular space]:- पदार्थ के दो कणों के बीच के स्थान को अंतर आण्विक स्थान कहते हैं ।

• अंतर आण्विक बल[Intermolecular space]:- पदार्थ के दो कणों के बीच जो आकर्षण बल होता है उसे अंतर आण्विक बल कहते है।

भौतिक गुणों के आधार पर पदार्थ की तीन अवस्थाएं होती हैं ।

[1] ठोस - solid
[2] द्रव  -
liquid
[3] गैस  -
gas

• ठोस[solid]:- ऐसा पदार्थ जिसका आयतन और आकार दोनों निश्चित होता है , उसे ठोस कहते हैं।
ठोस में अंतर आण्विक बल अधिक होता है जबकि अंतर आण्विक स्थान कम होता है ।
                जैसे: लोहा का गोल , पत्थर , ईंट , किताब 

• द्रव[liquid]:- ऐसा पदार्थ जिसका आयतन निश्चित होता है परंतु आकार निश्चित नहीं होता है, उसे द्रव कहते हैं।
द्रव में अंतर आण्विक बल ठोस के अपेक्षा काम होता है जबकि अंतर आण्विक स्थान अधिक होता है ।

                जैसे: पनि , दूध , तेल , अल्कोहल 

• गैस[गैस]:- ऐसा पदार्थ जिसका आयतन और आकार दोनों अनिश्चित होता है , उसे गैस कहते हैं।

गैस में अंतर आण्विक बल कम होता है जबकि अंतर आण्विक स्थान अधिक होता है ।
               
जैसे: हवा , नाइट्रोजन , आक्सिजन , हाइड्रोजन

पदार्थ के इन तीन अवस्थाओं के अतिरिक्त अन्य दो अवस्था और भी है

[4] प्लाज्मा अवस्था    -   Plasma State
[5]
BEC StateBose Einstien Condensate State

• प्लाज्मा अवस्था[Plasma State]:- पदार्थ का वह अवस्था जिसमें कण अधिक ऊर्जा वाले और अधिक उत्तेजित होते है। ये कण आयनीकृत गैस के रूप में होते हैं ।

• BEC अवस्था [StateBose Einstien Condensate State]:- समान्य वायु के घनत्व के 1 लाखवें भाग के घनत्व वाली गैस को 2x10^-7 केल्विन पर ठंडा करके यह अवस्था प्राप्त
की जाती है ।
 

The   End 
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