Page 346 - टी०वी०: वरदान या अभिशाप

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टी०वी०: वरदान या अभिशाप

विवाद का विषय- इस समय जनसमूहों में टी० वी० के विषय पर विशेष चर्चा चल रहा है कि टी० वी० वरदान है कि अभिशाप । टी० वी० से फायदे हैं तो कुछ हानियाँ भी है।

ज्ञान वृद्धि- वर्तमान दूरदर्शन मात्र मनोरंजन का ही साधन नहीं है। इसके द्वारा विश्व के किसी कोने में क्या अनुसंधान हो रहा है, किसी बड़े हादसे का घटना स्थल से सीधा प्रसारण आदि को भी देखा जा सकता है। पहले दूरदर्शन पर एक घंटे बाद ही समाचार आते थे लेनिक अब निजी चैनेलों के 24 घंटों के समाचार चैनल आ गये हैं। इनसे समाचार तो प्राप्त होते ही हैं साथ ही घटना स्थल को भी देखा जा सकता है।

पाठ्यक्रम-संबंधी कार्यक्रम- आज दूरदर्शन पर बच्चों के पाठ्य-पुस्तक संबंधित कार्यक्रम भी प्रसारित होता रहता है। इसके साथ-साथ हमारे देश के विभिन्न लेखकों के द्वारा लिखी गई कहानी को भी दृश्यगत दिखाया जा रहा है।

हानियाँ- कुछ कार्यक्रमों के प्रसारण द्वारा समाज के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है।। निजी चैनलों द्वारा दिखाये जा रहे धारावाहिकों में हिंसा, दुराचार, भ्रष्टाचार, नशाखोरी आदि दिखाकर वह बच्चों व युवा वर्ग पर बुरा असर डाल रहा है। समाचार पत्रों में कई बार पढ़ने को मिलता है कि फलां किशोर ने अवराध फलां धारावाहिक को देखकर किया। तस्करी, डकैती, चोरी की अभिनव गतिविधियों की जानकारी भी प्रदान करता है। अतः प्रत्यक्ष रूप से अवांछनीय कार्यों के प्रति उन्हें प्रोत्साहित भी करता है। सिनेमा की फिल्में दिखाने में काफी समय दिया जाता है। इस कारण बच्चे अपनी पढ़ाई तथा गृहणियाँ गृह कार्य की अपेक्षा करनी लगी हैं।

निष्कर्ष- दूरदर्शन मनोरंजन के साथ-साथ ज्ञान प्रसार एवं सामान्य प्रचार का महत्वपूर्ण, सशक्त तथा प्रभावशाली साधन है। इसका मुख्य कारण है कि दूरदर्शन में श्रव्य एवं दृश्य दोनों ही साधनों की विशेषताओं का समावेश है। विज्ञान के सर्वश्रेष्ठतम अविष्कारों में से दूरदर्शन एक है। विश्व के सभी विकसित या विकासशील देशों में दूरदर्शन ने अपनी लोकप्रियता में वृद्धि की है। महाभारत काल में संजय ने दिव्यदृष्टि द्वारा धृतराष्ट्र को युद्ध का आँखों देखा हाल बताया था पर आज इस युग में जे० आर० बेयर्ड द्वारा अविष्कृत दूरदर्शन का अविष्कार समस्त विश्व के लिए महत्त्वपूर्ण हो गया है। सारे विश्व में घटित होने वाली घटनाएँ चाहे वे जल में हो या फिर भूमि या आकाश में घर बैठकर मनुष्य सरलता से देख सकता है और उसका आनन्द प्राप्त कर सकता है।