Page 352 - तकनीकी शिक्षा का महत्त्व

 Contact for Notes , Objective , Subjective Questions & Answers of any Subject - किसी भी विषय के नोट्स, वस्तुनिष्ठ, दीर्घ प्रश्न व उत्तर के लिए संपर्क करें - ₹35/Subject

तकनीकी शिक्षा का महत्त्व

आजकल तकनीकी शिक्षा सभी सरकारों के प्रमुख कार्यक्रमों में शामिल की जाती है। शिक्षा के अधिक-से-अधिक प्रसार के लिए सरकार विभिन्न शिक्षा कार्यक्रम चलाती है- सर्वशिक्षा अभियान, नारी शिक्षा अभियान, वयस्क शिक्षा अभियान आदि। जनसंख्या वृद्धि तथा शिक्षा कार्यक्रमों की वृद्धि के साथ शिक्षितों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। फिर भी, आज देश में तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण वृद्धि नहीं हो पाई है जिससे औद्योगिक उत्पादन कुप्रभावित है।
तकनीकी शिक्षा श्रम संसाधन में तकनीकी कुशलता लाती है जिससे उद्योगों के संचालन में सहयोग मिलता है। देश को विकसित राष्ट्र बनने के लिए उद्योगों का विकास आवश्यक है और उद्योगों के कुशल संचालन के लिए तकनीकी शिक्षा का होना अत्यन्त आवश्यक है।
तकनीकी शिक्षा का अर्थ है व्यक्ति का तकनीकी दृष्टि से कुशल होना; जैसे-शिक्षण कार्य में शिक्षकों का प्रशिक्षित होना बाजार के विकास के लिए बाजार तकनीक का ज्ञान होना, मशीनों के संचालन के लिए यांत्रिक तकनीक प्रशिक्षित होना, कृषि विकास के लिए कृषि तकनीक का ज्ञान होना इत्यादि ।
आज विकसित या विकासशील अर्थव्यवस्था में तकनीकी शिक्षा के बिना किसी भी उद्योग का संचालन कठिन है क्योंकि आज के अधिकांश उद्योग मशीनीकृत तथा विशाल आकार के होते हैं जो सामान्य ज्ञान के श्रमिकों द्वारा संचालित नहीं किए जा सकते ।
तकनीकी शिक्षा का एक दूसरा महत्त्व भी है। आज जनसंख्या वृद्धि के साथ-साथ बेरोजगारी भी लोगों की ज्वलन्त समस्या है। तकनीकी शिक्षा लोगों की इस समस्या का समाधान करने में काफी सक्षम है। तकनीकी रूप से शिक्षित व्यक्ति किसी उद्योग में रोजगार नहीं मिलने पर स्वरोजगार चलाकर अपनी आय प्राप्त कर सकते हैं।
अतः सामान्य शिक्षा के साथ-साथ तकनीकी शिक्षा प्राप्त कर ही शिक्षा के उद्देश्य को पूरा किया जा सकता है।