Page 360 - Class 8th History Chapter 2
अध्याय 2. भारत में अंग्रेजी राज्य की स्थापना
अभ्यास : प्रश्न तथा उनके उत्तर
प्रश्न 1. रिक्त स्थानों को भरें :
(क) भारत और यूरोप के बीच स्थल मार्ग से होनेवाले व्यापार में.......... की महत्वपूर्ण भूमिका थी।
उत्तर : फारस के व्यापारियों
उत्तर : फारस के व्यापारियों
(ख) कंपनी द्वारा खरीदा गया माल ....... में रखा जाता था।
उत्तर : फैक्टरी
उत्तर : फैक्टरी
(ग) एक के बाद एक कई लड़ाइयों में मराठों को ............ कर दिया।
उत्तर : कमजोर
उत्तर : कमजोर
(घ) ........... अंग्रेजों के साथ सबसे पहले आर्थिक सहायक संधि को स्वीकार किया ।
उत्तर : हैदराबाद
उत्तर : हैदराबाद
(ङ) ............ ने विलय नीति का अनुसरण किया।
उत्तर : अंग्रेजों
उत्तर : अंग्रेजों
उत्तर : (क) फारस के व्यापारियों, (ख) फैक्टरी, (ग) कमजोर, (घ) हैदराबाद, (ङ) अंग्रेजों ।
प्रश्न 2. सही और गलत बातइए :
(क) यूरोप के व्यापारी भारत में अपना माल बेचने और बदले में यहाँ से गोवा चाँदी लेने आए थे।(x)
(ख) ईस्ट इंडिया कंपनी को भारत में व्यापार करने का एकाधिकार मिल गया। (✔)
(ग) भारतीय राज्य एकता के अभाव में एक-एक कर अंग्रेजी शासन के अधीन होते चले गए।(✔)
(घ) कर मुक्त व्यापार से बंगाल के राजस्व का काफी नुकसान हो रहा था।(✔)
(ङ) कंपनी की सेना की जीत हुई, क्योंकि उनके पास भारतीय सेनाओं से बेहतर तोपे और बंदूकें थीं।(✔)
3. निम्न प्रश्नों के उत्तर दें :
प्रश्न (i) यूरोप की व्यापारिक कंपनियों ने क्यों भारत के राजनीतिक मामलों में हस्तक्षेप करना शुरू किया ?
उत्तर : यूरोप की व्यापारिक कंपनियों ने भारत के राजनीतिक मामलों में इसलिये हस्तक्षेप करना शुरू किया क्योंकि वे भारतीय राजाओं की कमजोरी को भांप गए थे। वे यहाँ व्यापार का विस्तार चाहते हुए अपना शासन भी स्थापित करना चाहते थे।
प्रश्न (ii) अंग्रेज बंगाल पर क्यों अधिकार करना चाहते थे ?
उत्तर : अंग्रेज बंगाल पर इसलिए अधिकार करना चाहते थे कि वे वहाँ की दीवानी पर अधिकार जमा सकें। उनकी सोच दूरगामी थी। वे किसी प्रकार दिल्ली तक पहुँचना चाहते थे।
प्रश्न (iii) क्यों और किन परिस्थितियों में भारतीय शासकों ने सहायक संधि की शर्तों को स्वीकार किया?
उत्तर : भारतीय शासकों में एकता नहीं थी। इस कारण अलग-अलग वे अपने को अंग्रेजों से कमजोर समझते थे। उनसे युद्ध करने से वे डरते थे। मुगलों की अधीनता में रहते-रहते वे आराम तलब और ऐय्याश हो गए थे।
प्रश्न (iv) पलासी और बक्सर के युद्धों में आप किसे निर्णायक मानते हैं और क्यों ?
उत्तर : पलासी और बक्सर के युद्धों में मैं बक्सर के युद्ध को निर्णायक मानता हूँ। कारण कि पलासी के युद्ध में केवल बंगाल का नवाब हारा था। उससे केवल अंग्रेज वहाँ नवाब बन सकते थे या बना सकते थे। किन्तु बक्सर के युद्ध में उन्होंने एकसाथ तीन शक्तियों को हराया था। मुगल सम्राट को अंग्रेजों से संधि करनी पड़ी और बंगाल बिहार और उड़ीसा के सूबे उन्हें सौंपने पड़े। बंगाल में पैर जमने के बाद ही वे भारत के अन्य क्षेत्रों की ओर बढ़ सके। अवध भी उनके कब्जे में आ गया।
The End
Please share this article as much as possible .
कृप्या इस लेख को अधिक - से - अधिक शेयर करदें ।