Page 98 - विज्ञान और मापन
* विज्ञान और मापन *विज्ञान :- सावधानीपूर्वक और क्रमबद्ध तरीके से किए गए प्रयोगों और परीक्षणो द्वारा प्राप्त ज्ञान को विज्ञान कहते हैं ।
• विज्ञान के दो शाखाएं है
1. भौतिक विज्ञान
2. जीव विज्ञान
1. भौतिक विज्ञान- विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत निर्जीव वस्तुएं और उनसे संबंध गटनाओं का विस्तारपूर्वक अध्ययन लिया जात है , उसे भौतिक विज्ञान कहते हैं ।
2. जीव विज्ञान- विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत सजीव वस्तुएं और उनसे संबंध गटनाओं का विस्तारपूर्वक अध्ययन लिया जात है , उसे जीव विज्ञान कहते हैं ।
• भौतिक विज्ञान की दो शाखाएं हैं
1. भौतिकी
2. रसायन शास्त्र
1. भौतिकी- प्रकृति एंव प्रकृति में घटने वाली विभिन्न प्राकृतिक घटनाओं का अध्ययन विज्ञान की जिस शाखा में की जाती है , उसे भौतिकी कहते हैं ।
• मात्रक :- मात्र एक ऐसा मनाक (Stander) है जिसका उपयोग भौतिक राशि को मापने मे किया जाता है ।
जैसे :- फुट , सेंटीमिटर , मिटर , ग्राम , किलोग्राम , सेकंड , न्यूटन , जूल
• मात्रक के प्रकार
1. मूल मात्रक / मौलिक मात्रक / आधारी मात्रक
2. व्यूतपन मात्रक
3. सहायक मात्रक
1. मूल मात्रक :- ऐसा मात्रक जो किसी अन्य मात्रक पर निर्भर नहीं करता है , अर्थात ऐसा मात्रक जिससे अन्य सभी मात्रक प्राप्त किए जाते है , उसको मूल मात्रक कहते हैं ।
चूंकि मूल राशियों की संकख्या 7 है । इसलिए मूल मात्रक 7 होते हैं ।
मूल राशियाँ → मूल मात्रक
1. लंबाई → मिटर
2. द्रव्यमान → किलोग्राम
3. समय → सेकंड
4. ताप → केल्विन
5. प्रकाश तिव्रत → कन्डेला
6. विधुत धार → ऐम्पीयर
7. रसायन के क्षेत्रों मे पदार्थों का द्रव्यमान → मोल
**
2. व्यूतपन मात्रक:- भौतिक राशिओ के ऐसे मात्रक जो मौलिक मात्रक से प्राप्त किए जाते है , उनको व्यूतपन मात्रक कहते है।
जैसे :- चाल का मात्रक = दूरी का मात्रक / समय का मात्रक = m / sec
घनत्व का मात्रक = द्रव्यमान का मात्रक / आयतन का मात्रक = kg /m3
3. सहायक मात्रक :- वे मात्रक जो मूल मात्रक के सहायता करते है उन्हे सहायक मात्रक कहते है ।
जैसे :- समतल कोण और ठोस कोण के मात्रक
# संसार के कुछ प्रणाली निम्नलिखित है
1. F . P . S . System [Foot Pound Second System ]- फुट पौंड सेकंड प्रणाली :-
यह ब्रिटिश प्रणाली है । इस प्रणाली मे लंबाई को फुट में , द्रव्यमान को पौंड मे तथा समय को सेकंड मे मापा जाता है ।
इसे अंग्रेजी पद्धति भी कहते है ।
2. C.G.S. System [Centimeter Gram Second System]- सेन्टमीटर ग्राम सेकंड प्रणाली :-
यह फ्रांसीसी प्रणाली है । इस प्रणाली मे लंबाई को सेंटीमिटर में , द्रव्यमान को ग्राम मे तथा समय को सेकंड मे मापा जाता है ।
इसे मैट्रिक पद्धति भी कहते है ।
3.M.K.S. System [Meter Kilogram Second System ]-मीटर किलोग्राम सेकंड प्रणाली :-
यह फ्रांसीसी प्रणाली है । इस प्रणाली मे लंबाई को मीटर में , द्रव्यमान को किलोग्राम मे तथा समय को सेकंड मे मापा जाता है ।
4. S.I. System [International System]-अन्तर्राष्ट्रीय पद्धति :-
यह भी फ्रांसीसी प्रणाली है । यह प्रणाली M.K.S. प्रणाली का संशोधित रूप है ।
आजकल सही माप के लिए SI प्रणाली प्रचलित है ।
• सदिश राशि (Vector quantity):- वह राशि जिसको पूर्ण रूप से व्यक्त करने के लिए परिमाण और दिशा दोनों की अवशयकता होती है , उसे सदिश राशि कहते हैं ।
जैसे :- वेग , विस्थापन , त्वरण , बाल , संवेग , भार , विधुतिय क्षेत्र
• अदिश राशि (Scalar quantity):- वह राशि जिसको पूर्ण रूप से व्यक्त करने के लिए केवल परिमाण की अवशयकता होती है , उसे असदिश राशि कहते हैं ।
जैसे :- दूरी , द्रव्यमान , समय , आयतन , ऊर्जा , घनत्व , कार्य , ताप , चाल , विधुत आवेश , विधुत धार
* विज्ञान और मापन *
• विज्ञान के दो शाखाएं है
1. भौतिक विज्ञान
2. जीव विज्ञान
1. भौतिक विज्ञान- विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत निर्जीव वस्तुएं और उनसे संबंध गटनाओं का विस्तारपूर्वक अध्ययन लिया जात है , उसे भौतिक विज्ञान कहते हैं ।
2. जीव विज्ञान- विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत सजीव वस्तुएं और उनसे संबंध गटनाओं का विस्तारपूर्वक अध्ययन लिया जात है , उसे जीव विज्ञान कहते हैं ।
• भौतिक विज्ञान की दो शाखाएं हैं
1. भौतिकी
2. रसायन शास्त्र
1. भौतिकी- प्रकृति एंव प्रकृति में घटने वाली विभिन्न प्राकृतिक घटनाओं का अध्ययन विज्ञान की जिस शाखा में की जाती है , उसे भौतिकी कहते हैं ।
• मात्रक :- मात्र एक ऐसा मनाक (Stander) है जिसका उपयोग भौतिक राशि को मापने मे किया जाता है ।
जैसे :- फुट , सेंटीमिटर , मिटर , ग्राम , किलोग्राम , सेकंड , न्यूटन , जूल
• मात्रक के प्रकार
1. मूल मात्रक / मौलिक मात्रक / आधारी मात्रक
2. व्यूतपन मात्रक
3. सहायक मात्रक
1. मूल मात्रक :- ऐसा मात्रक जो किसी अन्य मात्रक पर निर्भर नहीं करता है , अर्थात ऐसा मात्रक जिससे अन्य सभी मात्रक प्राप्त किए जाते है , उसको मूल मात्रक कहते हैं ।
चूंकि मूल राशियों की संकख्या 7 है । इसलिए मूल मात्रक 7 होते हैं ।
मूल राशियाँ → मूल मात्रक
1. लंबाई → मिटर
2. द्रव्यमान → किलोग्राम
3. समय → सेकंड
4. ताप → केल्विन
5. प्रकाश तिव्रत → कन्डेला
6. विधुत धार → ऐम्पीयर
7. रसायन के क्षेत्रों मे पदार्थों का द्रव्यमान → मोल
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2. व्यूतपन मात्रक:- भौतिक राशिओ के ऐसे मात्रक जो मौलिक मात्रक से प्राप्त किए जाते है , उनको व्यूतपन मात्रक कहते है।
जैसे :- चाल का मात्रक = दूरी का मात्रक / समय का मात्रक = m / sec
घनत्व का मात्रक = द्रव्यमान का मात्रक / आयतन का मात्रक = kg /m3
3. सहायक मात्रक :- वे मात्रक जो मूल मात्रक के सहायता करते है उन्हे सहायक मात्रक कहते है ।
जैसे :- समतल कोण और ठोस कोण के मात्रक
# संसार के कुछ प्रणाली निम्नलिखित है
1. F . P . S . System [Foot Pound Second System ]- फुट पौंड सेकंड प्रणाली :-
यह ब्रिटिश प्रणाली है । इस प्रणाली मे लंबाई को फुट में , द्रव्यमान को पौंड मे तथा समय को सेकंड मे मापा जाता है ।
इसे अंग्रेजी पद्धति भी कहते है ।
2. C.G.S. System [Centimeter Gram Second System]- सेन्टमीटर ग्राम सेकंड प्रणाली :-
यह फ्रांसीसी प्रणाली है । इस प्रणाली मे लंबाई को सेंटीमिटर में , द्रव्यमान को ग्राम मे तथा समय को सेकंड मे मापा जाता है ।
इसे मैट्रिक पद्धति भी कहते है ।
3.M.K.S. System [Meter Kilogram Second System ]-मीटर किलोग्राम सेकंड प्रणाली :-
यह फ्रांसीसी प्रणाली है । इस प्रणाली मे लंबाई को मीटर में , द्रव्यमान को किलोग्राम मे तथा समय को सेकंड मे मापा जाता है ।
4. S.I. System [International System]-अन्तर्राष्ट्रीय पद्धति :-
यह भी फ्रांसीसी प्रणाली है । यह प्रणाली M.K.S. प्रणाली का संशोधित रूप है ।
आजकल सही माप के लिए SI प्रणाली प्रचलित है ।
• सदिश राशि (Vector quantity):- वह राशि जिसको पूर्ण रूप से व्यक्त करने के लिए परिमाण और दिशा दोनों की अवशयकता होती है , उसे सदिश राशि कहते हैं ।
जैसे :- वेग , विस्थापन , त्वरण , बाल , संवेग , भार , विधुतिय क्षेत्र
• अदिश राशि (Scalar quantity):- वह राशि जिसको पूर्ण रूप से व्यक्त करने के लिए केवल परिमाण की अवशयकता होती है , उसे असदिश राशि कहते हैं ।
जैसे :- दूरी , द्रव्यमान , समय , आयतन , ऊर्जा , घनत्व , कार्य , ताप , चाल , विधुत आवेश , विधुत धार